सूक्ष्म वार्ता...💯💥✍️ (मेरे विचार)
जो जिसके पास होगा वही तो देगा
उसके पास नफरत थी तो उसने
हमें नफरत दी। हमारे पास मोहब्बत
थी तो हमने उसे मोहब्बत दी।
अब उसे हमारी मोहब्बत हजम न हुई
तो इसमें हमारी क्या ग़लती है।
बेशक उसके पास नफरत की नदी है
पर हमारे पास भी तो मोहब्बत का
सागर है उस पर नहीं तो और कहीं
लुटायेंगे। प्यासे लोगों की कमी थोड़े
ही है दुनिया में। हां अब हम इतना
जरुर बदल गये हैं कि किसी से हम
कोई...
उसके पास नफरत थी तो उसने
हमें नफरत दी। हमारे पास मोहब्बत
थी तो हमने उसे मोहब्बत दी।
अब उसे हमारी मोहब्बत हजम न हुई
तो इसमें हमारी क्या ग़लती है।
बेशक उसके पास नफरत की नदी है
पर हमारे पास भी तो मोहब्बत का
सागर है उस पर नहीं तो और कहीं
लुटायेंगे। प्यासे लोगों की कमी थोड़े
ही है दुनिया में। हां अब हम इतना
जरुर बदल गये हैं कि किसी से हम
कोई...