समाज सेवा
दुनियाँ मे दो तरह के इंसान होते है, एक तो वो लोग जिन्हे समाज सेवा करना दिखावा और पॉपलरिटी के लिए लगता है और दूसरे वो लोग जो इसको अपना इंस्पिरेशन मान कर वो भी समाज सेवा करते है |जिनको ये दिखावा लगता वो लोग ना अपने बारे मे सोच पाते और ना ही दुसरो के बारे मे |जो व्यक्ति इस ख्याल से निकम्मे बैठे रहते हैं कि हमारे पास जो अपने जीवन निर्वाह का साधन तो भी नहीं है हम...