main aur mere khayal
ख्यालों से चुनकर कुछ शब्द,
मैने कागज पर उतारे हैँ |
कुछ दास्तान है खुद की ,
कुछ सपनों की कतारें हैं |
मुकम्मल ना हो सके जो ,
अरमान-ए-गुलिस्तां ...
मैने कागज पर उतारे हैँ |
कुछ दास्तान है खुद की ,
कुछ सपनों की कतारें हैं |
मुकम्मल ना हो सके जो ,
अरमान-ए-गुलिस्तां ...