तुझे अपना माना है।
मेने जिस दिन से तुझे अपना माना है ।
दिल तेरा आशिक है, तेरा ही दीवाना है।
मैने जिस दिन से तुझे अपना माना है।
मौसम जाने कयों लगता नया सा है।
बागों में जैसे लाखो फूल खिला सा है।
मैने जिस दिन से तूझे अपना माना है।
झुमू में जैसे कोई पागल परवाना हो।
जानू मे जानू ना हुस्ने बहारा को।
मै तो बस प्यार करूं मेरे दिलदरा को।
मैने जिस दिन से तूझे अपना माना है।
दिल तेरा आशिक है, तेरा ही दीवाना है।
© Ajit Narayan Sharma
दिल तेरा आशिक है, तेरा ही दीवाना है।
मैने जिस दिन से तुझे अपना माना है।
मौसम जाने कयों लगता नया सा है।
बागों में जैसे लाखो फूल खिला सा है।
मैने जिस दिन से तूझे अपना माना है।
झुमू में जैसे कोई पागल परवाना हो।
जानू मे जानू ना हुस्ने बहारा को।
मै तो बस प्यार करूं मेरे दिलदरा को।
मैने जिस दिन से तूझे अपना माना है।
दिल तेरा आशिक है, तेरा ही दीवाना है।
© Ajit Narayan Sharma