तरश
एक अरसा गुजार दिया
कोई किसी पर तरश
करे तो करे
मुझे पे नहीं
लोगों कि आदत है
तरश खा
सौ दर्द दे जाते हैं
अपनापन का रिश्ता
कायम कर के
हंसी आए तो अब हस लेटी हो ख़ुद पर
हज़ार बुराई...
कोई किसी पर तरश
करे तो करे
मुझे पे नहीं
लोगों कि आदत है
तरश खा
सौ दर्द दे जाते हैं
अपनापन का रिश्ता
कायम कर के
हंसी आए तो अब हस लेटी हो ख़ुद पर
हज़ार बुराई...