।।मासूमियत।।
कहने को तो बहुत बड़े हो चुके है हम,
लेकिन अब भी हमारे अंदर का एक मासूम बच्चा,
कही ना कही हमारे दिल में छिपा बैठा है।
दुनिया की नजरों से दूर,
यह अब भी हमारी दुनिया में रहता है।
कमबख्त इस मासूम का,
अब भी हमारे दिल पर राज़ चलता है।
अपनी मासूमियत में यह,
सबको अपना समझता है।...
लेकिन अब भी हमारे अंदर का एक मासूम बच्चा,
कही ना कही हमारे दिल में छिपा बैठा है।
दुनिया की नजरों से दूर,
यह अब भी हमारी दुनिया में रहता है।
कमबख्त इस मासूम का,
अब भी हमारे दिल पर राज़ चलता है।
अपनी मासूमियत में यह,
सबको अपना समझता है।...