ग़ज़ल
हो वहम दिल में तो क्या-क्या दिखाई देता है
घने अँधेरे में चेहरा दिखाई देता है
तेरे बिना मुझे कुछ भी नज़र नहीं आता
बग़ैर चश्मे के धुँधला दिखाई देता है
ख़बर है...
घने अँधेरे में चेहरा दिखाई देता है
तेरे बिना मुझे कुछ भी नज़र नहीं आता
बग़ैर चश्मे के धुँधला दिखाई देता है
ख़बर है...