बेवफ़ाई की कीमत
कुछ भी करने के लिए, फ़ुरसत तो होंगें तुम्हारे पास जरुर…
पर इतराने के खातिर, कोई वजह न बाकी होगी तुममें।
कुछ कहने के लिए, हसरतें तो होंगीं दिलमें जरुर…
पर हमपे हक जताने लिए, कोई वफा न बाकी होगी हममें।।
तुमपे भरोसा कर, तुम्हारे हर छलावे को सच मान लिया था हमने,
उन बेवफ़ाईयों की बेनकाबी से, बाद में पहचान लिया तुम्हें हमने।
झूठ बोलने के लिए, तुम्हारे पास होंगे तरकीब कई जरुर...
पर तुमसे और कुछ सुनने की तलब, न रहेगी कभी हममें ।।
कुछ भी करने के लिए, फ़ुरसत तो होंगें तुम्हारे पास जरुर…
पर इतराने के खातिर, कोई वजह न बाकी होगी तुममें।
कुछ कहने के लिए, हसरतें तो होंगीं दिलमें जरुर…
पर हमपे हक जताने लिए, कोई वफा न बाकी होगी हममें।।
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पर इतराने के खातिर, कोई वजह न बाकी होगी तुममें।
कुछ कहने के लिए, हसरतें तो होंगीं दिलमें जरुर…
पर हमपे हक जताने लिए, कोई वफा न बाकी होगी हममें।।
तुमपे भरोसा कर, तुम्हारे हर छलावे को सच मान लिया था हमने,
उन बेवफ़ाईयों की बेनकाबी से, बाद में पहचान लिया तुम्हें हमने।
झूठ बोलने के लिए, तुम्हारे पास होंगे तरकीब कई जरुर...
पर तुमसे और कुछ सुनने की तलब, न रहेगी कभी हममें ।।
कुछ भी करने के लिए, फ़ुरसत तो होंगें तुम्हारे पास जरुर…
पर इतराने के खातिर, कोई वजह न बाकी होगी तुममें।
कुछ कहने के लिए, हसरतें तो होंगीं दिलमें जरुर…
पर हमपे हक जताने लिए, कोई वफा न बाकी होगी हममें।।
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