परमात्मा
*अजीब खेल है उस परमात्मा का*
*लिखता भी वही है*
*मिटाता भी वही है*
*भटकाता है राह तो*
*दिखाता भी...
*लिखता भी वही है*
*मिटाता भी वही है*
*भटकाता है राह तो*
*दिखाता भी...