शीर्षक - तेरे दिल में।
शीर्षक - तेरे दिल में।
तेरे बदन की नहीं चाह बिल्कुल मुझे,
मैं तेरे दिल में आशियाना चाहता हूँ।
ग़र देदे तू इज़ाज़त मुझको तो सुन,
मैं तुझे तुझसे ज़्यादा चाहना चाहता हूँ।
कब-तक करूँ क़ाबू इस दिल पर,
मैं दिल से दिल मिलाना चाहता हूँ।
लेके बैठा हूँ ख़्वाबों का समंदर,
मैं...
तेरे बदन की नहीं चाह बिल्कुल मुझे,
मैं तेरे दिल में आशियाना चाहता हूँ।
ग़र देदे तू इज़ाज़त मुझको तो सुन,
मैं तुझे तुझसे ज़्यादा चाहना चाहता हूँ।
कब-तक करूँ क़ाबू इस दिल पर,
मैं दिल से दिल मिलाना चाहता हूँ।
लेके बैठा हूँ ख़्वाबों का समंदर,
मैं...