रोज की तरह
गुजर जाता है हर पल रोज की तरह
रह जाती हूँ तन्हा मै रोज की तरह!
कभी इंतजार में,कभी तकरार में
कट रही है जिंदगी रोज की तरह!
वो मनाता है मुझे मै रूठती गर हूँ
हर बार मान जाती हूँ रोज की...
रह जाती हूँ तन्हा मै रोज की तरह!
कभी इंतजार में,कभी तकरार में
कट रही है जिंदगी रोज की तरह!
वो मनाता है मुझे मै रूठती गर हूँ
हर बार मान जाती हूँ रोज की...