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#दुनिया
शिशु के लिए अपने बाबा हमेशा ही लाते रहे
गोल गोल मीठे बताशे,
मां ने अपने बच्चों के लिए
अपनी ममता की आंच पर सदैव बनाई
गोल गोल रोटियां,
और अपने भुगोल की किताब में
कलम से हर प्रेमी ने गोल चक्कर घूंटा और
अपनी प्रेमिका के शहर को ढूंढकर
अपने हृदय की परिधि में अंकित कर लिया,
हर प्रेमिका ने
चढ़ी मंदिर की सीढ़ियां..
और प्रियतम के लिए की जानेवाली प्रार्थना
के बाद रक्तिम कुमकुम से
लगा लिया एक गोल टीका अपने माथे पर,
दुनिया और ब्रह्मांड की संरचना के बारे में
विभिन्न हिस्सों के अपने विचार थे,
लेकिन इस सवाल का
साइंटिफिक जवाब देने से पहले,
अपनी दुनिया के आसपास
घुमते हुए इन सभी ने ढूंढ निकाला था की
ये दुनिया...गोल है
© Mishty_miss_tea
गोल गोल मीठे बताशे,
मां ने अपने बच्चों के लिए
अपनी ममता की आंच पर सदैव बनाई
गोल गोल रोटियां,
और अपने भुगोल की किताब में
कलम से हर प्रेमी ने गोल चक्कर घूंटा और
अपनी प्रेमिका के शहर को ढूंढकर
अपने हृदय की परिधि में अंकित कर लिया,
हर प्रेमिका ने
चढ़ी मंदिर की सीढ़ियां..
और प्रियतम के लिए की जानेवाली प्रार्थना
के बाद रक्तिम कुमकुम से
लगा लिया एक गोल टीका अपने माथे पर,
दुनिया और ब्रह्मांड की संरचना के बारे में
विभिन्न हिस्सों के अपने विचार थे,
लेकिन इस सवाल का
साइंटिफिक जवाब देने से पहले,
अपनी दुनिया के आसपास
घुमते हुए इन सभी ने ढूंढ निकाला था की
ये दुनिया...गोल है
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