...

6 views

चाँदनी रात
चाँदनी रात, सजे गगन,
रजत वर्णीय चंद्रमा, मोहे सबका मन
पूर्णिमा की रात, है जैसे कोई नशा नया,
उसकी रौनक़ में बसा है प्रेम का साज़ नया।


चाँद के संग, तारे भी मुस्कुराएं ,
ओस से धके...