मिलन की आग
गर्म सांसों में सांसों की महक उड़ने दो
इसी तरह कुछ प्यार को मुड़ने दो
माना ज़िन्दगी करवटें लेने लगी है बहुत
कि मुझे लेकर बाहों में अब खुदसे पिघलने दो
तुम देर ना लगाओ खुद से यू दूर रहकर
पास आकर ज़रा...
इसी तरह कुछ प्यार को मुड़ने दो
माना ज़िन्दगी करवटें लेने लगी है बहुत
कि मुझे लेकर बाहों में अब खुदसे पिघलने दो
तुम देर ना लगाओ खुद से यू दूर रहकर
पास आकर ज़रा...