ऐ ठंडी हवा के झोके
ऐ ठंडी हवा के झोके
कभी गया है मेरे मायके,
देखा तूने मेरे घर का आंगन,
महकता हुआ वो रसोई का भोजन!
क्या बना रहीं थीं मेरी अम्मा,
क्या खा रहे थे मेरे बाबा!
सखियों की ओढनी को लहराया तूने
या फिर मेरे घर का...
कभी गया है मेरे मायके,
देखा तूने मेरे घर का आंगन,
महकता हुआ वो रसोई का भोजन!
क्या बना रहीं थीं मेरी अम्मा,
क्या खा रहे थे मेरे बाबा!
सखियों की ओढनी को लहराया तूने
या फिर मेरे घर का...