#तसल्ली
बस यही मुझे, के याद हूं अब भी तुझे,
जी रहा था मलाल में, जाके अब मिला है सुकूं मुझे!
आ रहा है याद वो दिन, नज़रें मिली थी जिस दिन,
मेरे दिल में बस गया था, तेरा देख के शर्माना मुझे!
फ़िर होने लगी थी मुलाकातें, कसमें, वादे, वो ढ़ेरों बातें,
मैं सोचता था बस तुम्हें, यूं भा गई थी तुम मुझे!
...
जी रहा था मलाल में, जाके अब मिला है सुकूं मुझे!
आ रहा है याद वो दिन, नज़रें मिली थी जिस दिन,
मेरे दिल में बस गया था, तेरा देख के शर्माना मुझे!
फ़िर होने लगी थी मुलाकातें, कसमें, वादे, वो ढ़ेरों बातें,
मैं सोचता था बस तुम्हें, यूं भा गई थी तुम मुझे!
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