ग़ज़ल
गुजरे जो मेरे घर से रुक जाए सितारे
हाय मेरी रात को रोशन कर जाओ किस।
मेरे चेहरे पर अपनी जुल्फें फैलाओ किसी दिन
मेरे कांधे पर सिर रख के सो जाओ किसी दिन।
पेड़ों की तरह हुस्न की बारिश में नहा लो
बादल की तरह झुमके आओ किसी दिन।
खुशबू की तरह गुजरों मेरे दिल की गली से
फूल बनके मुझ पर बिखर जाओ किसी दिन।
अपनी हर एक सांस उसी राक्षूतछत को दे दूं
सीने पर सर रखकर जो सो जाओ किसी दिन।
आ जाओ मेरे बहुत करीब आ जाओ किसी दिन
अपनी अदाओं से मेरा दिल धड़काओ किसी दिन।
हाय मेरी रात को रोशन कर जाओ किस।
मेरे चेहरे पर अपनी जुल्फें फैलाओ किसी दिन
मेरे कांधे पर सिर रख के सो जाओ किसी दिन।
पेड़ों की तरह हुस्न की बारिश में नहा लो
बादल की तरह झुमके आओ किसी दिन।
खुशबू की तरह गुजरों मेरे दिल की गली से
फूल बनके मुझ पर बिखर जाओ किसी दिन।
अपनी हर एक सांस उसी राक्षूतछत को दे दूं
सीने पर सर रखकर जो सो जाओ किसी दिन।
आ जाओ मेरे बहुत करीब आ जाओ किसी दिन
अपनी अदाओं से मेरा दिल धड़काओ किसी दिन।