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हारना नही है...
कुछ कहा कुछ सुना कुछ जीवन भर देखता रह गया;
कुछ लिखा कुछ पढ़ा कुछ तो बस समझता ही रह गया;
ख़ुशियों की चाह लिए,बहते बहते भव सागर में,
कुछ खोया कुछ पाया तो कुछ बस चाहता ही रह गया।
कभी मिलना कभी विलग होना तो कभी घुट घुट कर बस रह जाना;
कभी आंसू कभी खुशियां तो कभी सिर्फ गम की निशानी है;
जटिल पहेली है जीवन,पल पल पीड़ा के बादल है;
कभी आशा कभी निराशा तो कभी मायूसी की रवानी है।
लेकिन संभावनाएं नही है खतम,जीवन उपवन फिर महकेगा;
छटेगा अंधेरा मायूसी का फिर से विश्वास दहकेगा;
करो नमन स्वम्भू को,दिखला दो शक्ति अंतर्मन की,
मिटेगी मायूसी,छटेंगे बादल काली घटाओं को चीर कर सूरज फिर से चमकेगा।
© pagal_pathik
कुछ लिखा कुछ पढ़ा कुछ तो बस समझता ही रह गया;
ख़ुशियों की चाह लिए,बहते बहते भव सागर में,
कुछ खोया कुछ पाया तो कुछ बस चाहता ही रह गया।
कभी मिलना कभी विलग होना तो कभी घुट घुट कर बस रह जाना;
कभी आंसू कभी खुशियां तो कभी सिर्फ गम की निशानी है;
जटिल पहेली है जीवन,पल पल पीड़ा के बादल है;
कभी आशा कभी निराशा तो कभी मायूसी की रवानी है।
लेकिन संभावनाएं नही है खतम,जीवन उपवन फिर महकेगा;
छटेगा अंधेरा मायूसी का फिर से विश्वास दहकेगा;
करो नमन स्वम्भू को,दिखला दो शक्ति अंतर्मन की,
मिटेगी मायूसी,छटेंगे बादल काली घटाओं को चीर कर सूरज फिर से चमकेगा।
© pagal_pathik
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