हम दोनों
ChristmasEve
मिलकर जो ख्वाब सजाए है
क्या पाया है हमने
मैंने कुछ कहा नहीं
क्या सुना है तुमने
तुम्हारी याद में गुम हूं कहीं जमाने से
मुझे देखा है कहीं तुमने
दिल को बहुत आराम मिला है
जबसे हाल पूछा है तुमने
मैं महक उठा हूं खुशबू से तुम्हारी
जबसे छुआ है तुमने
इक मुददत से तुम्हें देखा नहीं
ऐसा क्या जुर्म किया है हमने
दो पल तुमसे बात करूं
दो पल तुम्हें देख लूं
अपनी हसरतों का मैं कैसे इज़हार करूं
बस दिल की यही तमन्ना है
मैं हर जनम में तुझसे प्यार करूं
दुल्हन लगती हो तुम
बिन गहने सिंगार बिना
मैं क्यों न तेरा दीदार करूं
अब तुम आती हो यह नहीं मुझसे...
मिलकर जो ख्वाब सजाए है
क्या पाया है हमने
मैंने कुछ कहा नहीं
क्या सुना है तुमने
तुम्हारी याद में गुम हूं कहीं जमाने से
मुझे देखा है कहीं तुमने
दिल को बहुत आराम मिला है
जबसे हाल पूछा है तुमने
मैं महक उठा हूं खुशबू से तुम्हारी
जबसे छुआ है तुमने
इक मुददत से तुम्हें देखा नहीं
ऐसा क्या जुर्म किया है हमने
दो पल तुमसे बात करूं
दो पल तुम्हें देख लूं
अपनी हसरतों का मैं कैसे इज़हार करूं
बस दिल की यही तमन्ना है
मैं हर जनम में तुझसे प्यार करूं
दुल्हन लगती हो तुम
बिन गहने सिंगार बिना
मैं क्यों न तेरा दीदार करूं
अब तुम आती हो यह नहीं मुझसे...