इंसानियत
ना बाटो इंसान को धर्म और मजहब के नाम पर
पहेचानो बस उसे इंसानियत के नाम पर
क्युकी इंसानियत से ही तो इंसानियत जिंदा रहती है।
ना में हिन्दू कहलाऊं ना तुम मुसलमान
इंसानियत ही धर्म कहलाए हमारा
मजहब यही बन जाए हमारा
क्युकी इंसानियत से ही तो इंसानियत जिंदा रहती है ।
जब एक ही देश के वासी है हम सब तो फिर ...
पहेचानो बस उसे इंसानियत के नाम पर
क्युकी इंसानियत से ही तो इंसानियत जिंदा रहती है।
ना में हिन्दू कहलाऊं ना तुम मुसलमान
इंसानियत ही धर्म कहलाए हमारा
मजहब यही बन जाए हमारा
क्युकी इंसानियत से ही तो इंसानियत जिंदा रहती है ।
जब एक ही देश के वासी है हम सब तो फिर ...