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Maa - Baap
एक वक्त था
जब हम भी मुस्कुराते थे
एक वक्त था
जब हम भी सबको को चाहते थे
फिर जीवन में वो वक्त भी आया
अच्छा होना भ्रम हैं प्यारे
बहुत देर से समझ में आया
दुनिया तो बुराई से चलती हैं
समझ गए हम
आपकी तरक्की से जलती हैं
सिख गए हम
हर शक्स आपका मित्र नहीं होता
हर गैर आपका शत्रु नहीं होता
मिल जाए लाख चाहने वाले दुनिया में
पर मां बाप से बड़ा आपका कोई हमदर्द नहीं होता
© nehakewords
जब हम भी मुस्कुराते थे
एक वक्त था
जब हम भी सबको को चाहते थे
फिर जीवन में वो वक्त भी आया
अच्छा होना भ्रम हैं प्यारे
बहुत देर से समझ में आया
दुनिया तो बुराई से चलती हैं
समझ गए हम
आपकी तरक्की से जलती हैं
सिख गए हम
हर शक्स आपका मित्र नहीं होता
हर गैर आपका शत्रु नहीं होता
मिल जाए लाख चाहने वाले दुनिया में
पर मां बाप से बड़ा आपका कोई हमदर्द नहीं होता
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