एक औरत जब ब्याह कर आती है
एक औरत जब ब्याह कर आती है,
हजारों सपने सजा कर लाती है,
अंजानो को अपना बनाती है,
दिल से सारे रिश्ते निभाती है,
मकान को घर बनाती है,
एक औरत जब ब्याह कर आती है,
अपनो के लिए अपने आप को जुका देती है,
घर चौके से लेकर सारी जिम्मेदारीया उठाती है,
बच्चो को अच्छे संस्कार सिखाती है,
घंटो जाग कर अपने फर्ज निभाती है,
और बदले में सिर्फ प्यार चाहती है,
एक औरत जब ब्याह कर आती है।।
- हितांशी राठौड़
© All Rights Reserved
हजारों सपने सजा कर लाती है,
अंजानो को अपना बनाती है,
दिल से सारे रिश्ते निभाती है,
मकान को घर बनाती है,
एक औरत जब ब्याह कर आती है,
अपनो के लिए अपने आप को जुका देती है,
घर चौके से लेकर सारी जिम्मेदारीया उठाती है,
बच्चो को अच्छे संस्कार सिखाती है,
घंटो जाग कर अपने फर्ज निभाती है,
और बदले में सिर्फ प्यार चाहती है,
एक औरत जब ब्याह कर आती है।।
- हितांशी राठौड़
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