रखना कदम तुम संभाल के
#shadow #shadowpoem
रखना तुम कदम संभालके
डगर है मुश्किल,अनजान है रास्ते
मंजिल है दूर, रखना अपने पैरो में जान
चलना आहिस्ते, आहिस्ते
यू ही निकला तू मुसाफिर,
अपने अनजाने सफर पर
लेना है तुझे अपनी मेहनत का फल
कांटे भरे...
रखना तुम कदम संभालके
डगर है मुश्किल,अनजान है रास्ते
मंजिल है दूर, रखना अपने पैरो में जान
चलना आहिस्ते, आहिस्ते
यू ही निकला तू मुसाफिर,
अपने अनजाने सफर पर
लेना है तुझे अपनी मेहनत का फल
कांटे भरे...