...

13 views

वो चमकते हुए तारें और पापा की यादें
दिन ढल जाते हैं और रात बीत जाती हैं
मगर आपकी यादें
ना ढलते हैं ना बितते हैं,
आपकी कमी खलती है मुझे
भीड में, तन्हाई मे, हर उत्सव और तौहार मे,
अश्क भी साथ नहीं देते अब
और कोई मन का साथी भी नहीं
जो सूने और समझे,
उस चमकते तारे को देख
आज भी सोचती हूँ,
काश आप यहाँ होते
तो हम सब साथ होते,
मगर किस्मत में कुछ दर्द
ताउम्र लिखे होते हैं सायद।
© RanjitaLucky26


#poetrycommunity #poetsofinstagram #memories #Shayari #WritcoQuote #writersofinstagram #poem #quoteswriter