उसे हम प्यार कहते हैं
जो गैराें में भी अपना है, उसे हम यार कहते हैं।
जो रूहों में समाया है, उसे हम प्यार कहते हैं।
दिया दिल के बदले में, अपना दिल तुमने जानी,
उसे तुम प्यार कहते और हम व्यापार कहते हैं।
जो तेरे दर पे आता है, बड़ी उम्मीद से जानी,
उसे दरवेश कहते हो, हम तलबगार...
जो रूहों में समाया है, उसे हम प्यार कहते हैं।
दिया दिल के बदले में, अपना दिल तुमने जानी,
उसे तुम प्यार कहते और हम व्यापार कहते हैं।
जो तेरे दर पे आता है, बड़ी उम्मीद से जानी,
उसे दरवेश कहते हो, हम तलबगार...