माँ का हाथ लगाना काफी है
हाथ पकड़ के बचपन में,
माँ चलना हमें सिखाती है,
भूख मिटती बस उसी से है,
माँ खाना जो पकाती है.
हर बच्चा सोता है आराम से,
जब माँ कहानियाँ उसे सुनाती है,
छूता है वो आसमान को,
माँ जब गोद...
माँ चलना हमें सिखाती है,
भूख मिटती बस उसी से है,
माँ खाना जो पकाती है.
हर बच्चा सोता है आराम से,
जब माँ कहानियाँ उसे सुनाती है,
छूता है वो आसमान को,
माँ जब गोद...