#Rape_women_Girl
बच्ची थी वो छोटी प्यारी
नटखट, शैतान पर थी सबकी दुलारी
आंगन में जन्मी थी वर्षों पहले
खुशियों की किलकारी ।
पर समाज की हैवानियत से अंजान थी वो
घर वालों की गुड़िया थी, सम्मान थी वो
उठा ले गया एक कोई हैवान उसे
नोंचा घसीटा होगा, किया होगा परेशान उसे।
आँख निकाली , मारा पीटा, बाँध के किसी
कोने में फेंका, कर गया बर्बरता की सारी सीमा पार
एक इंसान को...
नटखट, शैतान पर थी सबकी दुलारी
आंगन में जन्मी थी वर्षों पहले
खुशियों की किलकारी ।
पर समाज की हैवानियत से अंजान थी वो
घर वालों की गुड़िया थी, सम्मान थी वो
उठा ले गया एक कोई हैवान उसे
नोंचा घसीटा होगा, किया होगा परेशान उसे।
आँख निकाली , मारा पीटा, बाँध के किसी
कोने में फेंका, कर गया बर्बरता की सारी सीमा पार
एक इंसान को...