#Poemforandon_Lucknow
मैं लखनऊ में चौक सा
तुम हजरतगंज की शाम
मैं पंडित राजा की ठंडाई
तुम बार में छलकता जाम
मैं बाजपेयी की छोला पूडी
तुम Royal cafe की चाट
मैं आमीनाबाद की गलियों सा
तुम गोमती-नगर का ठाठ
मैं कुल्फी प्रकाश की
तुम Baskin Robins सी पहचान
मैं सस्ती चाय की टपरी
तुम CCD सा अभिमान
मैं पार्क में सुबह के योग सा
तुम IKANA की अंतर्राष्ट्रीयता का प्रमाण
मैं चारबाग की रेल सा
तुम आमौसी का उड़ता विमान
pandeyji
तुम हजरतगंज की शाम
मैं पंडित राजा की ठंडाई
तुम बार में छलकता जाम
मैं बाजपेयी की छोला पूडी
तुम Royal cafe की चाट
मैं आमीनाबाद की गलियों सा
तुम गोमती-नगर का ठाठ
मैं कुल्फी प्रकाश की
तुम Baskin Robins सी पहचान
मैं सस्ती चाय की टपरी
तुम CCD सा अभिमान
मैं पार्क में सुबह के योग सा
तुम IKANA की अंतर्राष्ट्रीयता का प्रमाण
मैं चारबाग की रेल सा
तुम आमौसी का उड़ता विमान
pandeyji