बेमिशाल.. ✨
हूँ ना मैं कितनी बेमिशाल..!
ये हवाओं में उड़ते मेरे बाल,
कुछ इतने ही मेरे ज़िंदगी के मलाल।
हूंँ ना मैं कितनी बेमिशाल..!
घने अंधेरे में बैठे जुगनू से करती हूँ सवाल,
और आशियाओं...
ये हवाओं में उड़ते मेरे बाल,
कुछ इतने ही मेरे ज़िंदगी के मलाल।
हूंँ ना मैं कितनी बेमिशाल..!
घने अंधेरे में बैठे जुगनू से करती हूँ सवाल,
और आशियाओं...