...

6 views

संसार चक्र
वही जन्म वही मृत्यु
फिर भी हर जन्म नया सा लगा

वही सुबह वही शाम
फिर भी हर सुबह नयी सी लगी

वही पानी वही हवा
फिर भी हर हवा का झोंखा नया सा लगा

वही महीने वही साल
फिर भी हर साल नया सा लगा

वही दुख वही सुख
फिर भी हर सुख नया सा लगा

एक वक़्त के अंतर में वही चीज़
नये का अहसास कराती है, पर होती नहीं

यही संसार चक्र है।

- नूतन जैन
© Nutan Jain