संसार चक्र
वही जन्म वही मृत्यु
फिर भी हर जन्म नया सा लगा
वही सुबह वही शाम
फिर भी हर सुबह नयी सी लगी
वही पानी वही हवा
फिर भी हर हवा का झोंखा नया सा लगा
वही महीने वही साल
फिर भी हर साल नया सा लगा
वही दुख वही सुख
फिर भी हर सुख नया सा लगा
एक वक़्त के अंतर में वही चीज़
नये का अहसास कराती है, पर होती नहीं
यही संसार चक्र है।
- नूतन जैन
© Nutan Jain
फिर भी हर जन्म नया सा लगा
वही सुबह वही शाम
फिर भी हर सुबह नयी सी लगी
वही पानी वही हवा
फिर भी हर हवा का झोंखा नया सा लगा
वही महीने वही साल
फिर भी हर साल नया सा लगा
वही दुख वही सुख
फिर भी हर सुख नया सा लगा
एक वक़्त के अंतर में वही चीज़
नये का अहसास कराती है, पर होती नहीं
यही संसार चक्र है।
- नूतन जैन
© Nutan Jain