उदास......
आज हम उदास है,
दिन तो भला अच्छा था,
पर न जाने हमें,
और किस चिज की आस है......
ना कुछ बोल पा रहे,
ना ही खुला हस पा रहे है,
किसी ने पुछा कारण तो,
झुठा मुस्काराए जा रहे है......
© PradnyaBhide
दिन तो भला अच्छा था,
पर न जाने हमें,
और किस चिज की आस है......
ना कुछ बोल पा रहे,
ना ही खुला हस पा रहे है,
किसी ने पुछा कारण तो,
झुठा मुस्काराए जा रहे है......
© PradnyaBhide