सोचा ना था...
कुछ यूं हमारी बातें होंगी , सोचा ना था,
सुकून भरी रातें होंगी , सोचा ना था।।
जी तो रहे थे, हम पहले भी मगर,
इन सांसों में जान आ जायेगी, सोचा ना था।।
ऐ ज़िंदगी, शुक्रगुजार बहुत हूं मैं तेरा,
मेहरबान होगी, तू भी कभी मुझ पर, सोचा ना था।।। @jks
सुकून भरी रातें होंगी , सोचा ना था।।
जी तो रहे थे, हम पहले भी मगर,
इन सांसों में जान आ जायेगी, सोचा ना था।।
ऐ ज़िंदगी, शुक्रगुजार बहुत हूं मैं तेरा,
मेहरबान होगी, तू भी कभी मुझ पर, सोचा ना था।।। @jks