इंतजार-ए-मोहब्बत
ख्यालों में खोये उस सफर पे चल उठता हूँ,
तुम्हे देखता हूँ बस मिलने को मचल उठता हूँ...!!!
खुशबू तुम्हारे गेसुओं की, मेरे ज़हन में है,
जब गुज़रती हो मेरी गली से तुम, मैं महक उठता...
तुम्हे देखता हूँ बस मिलने को मचल उठता हूँ...!!!
खुशबू तुम्हारे गेसुओं की, मेरे ज़हन में है,
जब गुज़रती हो मेरी गली से तुम, मैं महक उठता...