...

10 views

बस तुम
पता नहीं वो क्या था
जो तुम में था
हमें नहीं होना था तुम्हारा
ये धुन था तो था …

तुम से दूर भागे तो
जैसे सब खो गया
पता नहीं क्या खो गया
पर सब कुछ गया
सब खोता चला गया …

वो समंदर में ना मिला
ना आसमानों में मिला
पता नहीं वो क्या था
जो तुम से था
वो एहसास की क्या
फिर पुरे जहां में ना मिला…

तुमसे दूर तलक भागे
कि कहीं मील न जाओ
तेरा साया भी मुझे देख ना सके
बस ऐसे खो जाओ
कि चाह कर भी
मुझे ढूंढ ना पाओ…

हम कभी पलटे नहीं
तुमको कभी ढूंढा नहीं
तुमको कभी सोचा नहीं
की एक भी लम्हा बर्बाद ना हो
तुमको कभी कुछ समझा ही नहीं …

तुम्हारी मोहब्बत से
नफ़रत करते रहे
तुम तो चाँदनी का कोहरा थे
हम फिर भी जलते रहे …

दुआ से चाहे कोई भी मिले
कि ज़नाब बस आप ना मिलें
तो लोग मिले पर तुम-से ना मिले
की अब काश! ना होकर भी तुम..
वो मिलें तो तुम जैसे ही मिलें,
दुआ थी उनके दिलों की मोहब्बतें
मिले तो बस तुम जैसे ही मिले !

🌹श्वेता राव
© Shweta Rao