![...](https://api.writco.in/assets/images/post/user/poem/157200905071928329.webp)
26 views
Happy Teachers day
हर अंधेरे मे रोशनी दिखाते है
सोयी तक़दीर को जगाते है
हर गलत रास्ते से सही पर ले
आते है।
कभी दोस्त तो कभी माँ बाप
का फर्ज़ निभातेहै।
कभी डांटते तो कभी
गले लगाते है।
कभी पत्थर तो कभी कोमल
बन जाते। है।
अपने सुख को भूल मेरे
लिए समय गवाते है।
वो मेरे अध्यापक ही हैं
जो मुझे भगवान से पहले
याद आते हैं।
क्योकि समाज मे जीना
तो माँ बाप से पहले
अध्यापक सिखाते हैं।
पर फिर भी न जाने हम
उनके साथ कभी कभी
गलत कर जाते हैं।
Happy teachers day
© Arti Gupta
सोयी तक़दीर को जगाते है
हर गलत रास्ते से सही पर ले
आते है।
कभी दोस्त तो कभी माँ बाप
का फर्ज़ निभातेहै।
कभी डांटते तो कभी
गले लगाते है।
कभी पत्थर तो कभी कोमल
बन जाते। है।
अपने सुख को भूल मेरे
लिए समय गवाते है।
वो मेरे अध्यापक ही हैं
जो मुझे भगवान से पहले
याद आते हैं।
क्योकि समाज मे जीना
तो माँ बाप से पहले
अध्यापक सिखाते हैं।
पर फिर भी न जाने हम
उनके साथ कभी कभी
गलत कर जाते हैं।
Happy teachers day
© Arti Gupta
Related Stories
24 Likes
3
Comments
24 Likes
3
Comments