क्या समा , क्या माहौल।
#माहौल
माहौल का यारो कुछ ऐसा है,
जिस नजरिये से देखो, वैसा है।
दौस्तों के साथ भीड़ का माहौल भी हसीन लगता है,
अकेले हो जाओ तो वहीं माहौल काटने दौड़ता है।
दंगों का माहौल नेताओ को भाता है, वहीं माहौल आम इंसान की जान ले जाता है।
तो यारों, माहौल का कुछ ऐसा है,
जिस नज़रिए से देखो, वैसा है।
© AB
माहौल का यारो कुछ ऐसा है,
जिस नजरिये से देखो, वैसा है।
दौस्तों के साथ भीड़ का माहौल भी हसीन लगता है,
अकेले हो जाओ तो वहीं माहौल काटने दौड़ता है।
दंगों का माहौल नेताओ को भाता है, वहीं माहौल आम इंसान की जान ले जाता है।
तो यारों, माहौल का कुछ ऐसा है,
जिस नज़रिए से देखो, वैसा है।
© AB