प्रेम❣️
सुनो!
.
कुछ घाव मेरे तुम भर देना!
सारी कमियां पूरी मैं कर दुंगी!
अपने दुःख मुझे सौंप के , मन खाली मुझसे कर लेना!
इस जीवन बगिया में , खुशियों की महक मैं भर दुंगी!
पिता की गोद तुम बन जाना!
तुम्हें "माँ" के आँचल में , मैं भर...
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कुछ घाव मेरे तुम भर देना!
सारी कमियां पूरी मैं कर दुंगी!
अपने दुःख मुझे सौंप के , मन खाली मुझसे कर लेना!
इस जीवन बगिया में , खुशियों की महक मैं भर दुंगी!
पिता की गोद तुम बन जाना!
तुम्हें "माँ" के आँचल में , मैं भर...