अर्धांगिनी....
वो चाहती है तुम्हारे साथ
हमेशा कदम मिला कर चलना,
सुख-दुख का समभागी बनके
सात फेरों में दिए वचन निभाना ।
वो चाहती है अपना घर को
प्रेम...
हमेशा कदम मिला कर चलना,
सुख-दुख का समभागी बनके
सात फेरों में दिए वचन निभाना ।
वो चाहती है अपना घर को
प्रेम...