Ladki hai,
#WritcoPoemPrompt55
लड़की है पढ़ कर क्या करेगी?
खुद के हक के लिए लड़कर क्या करेगी?
उसे तो पराए घर जाना है!
रिश्ते-नाते निभाना है!
घर गृहस्थी बसाना है,
सभी के फ़ैसले स्वीकारना है!
कहीं आवाज़ नहीं उठाना है!
लड़की है पढ़ कर क्या करेगी?
उसकी आवाज़ को दबाया जाता है!
उसे पढ़ने से ज्यादा,
रोटी बनाना सिखाया जाता है!
उसके सपनों को छिपाया जाता है!
लड़की है पढ़ कर क्या करेगी?
यह प्रथा है यहाँ,
यही रीति-रिवाज़ है!
इसी से बना हमारा समाज हैं!
© All Rights Reserved
लड़की है पढ़ कर क्या करेगी?
खुद के हक के लिए लड़कर क्या करेगी?
उसे तो पराए घर जाना है!
रिश्ते-नाते निभाना है!
घर गृहस्थी बसाना है,
सभी के फ़ैसले स्वीकारना है!
कहीं आवाज़ नहीं उठाना है!
लड़की है पढ़ कर क्या करेगी?
उसकी आवाज़ को दबाया जाता है!
उसे पढ़ने से ज्यादा,
रोटी बनाना सिखाया जाता है!
उसके सपनों को छिपाया जाता है!
लड़की है पढ़ कर क्या करेगी?
यह प्रथा है यहाँ,
यही रीति-रिवाज़ है!
इसी से बना हमारा समाज हैं!
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