कुदरत से मोहब्बत
खुद के स्वार्थ से ऊपर उठकर के देखो,
कुदरत से मोहब्बत निभा कर के देखो।
तेरा भोगवाद किया है कितना नुक़सान,
दो जने के खातिर लम्बे चौड़े ऊंचे मक़ान।
जंगल साफ़ हो गए बने तेरा साज सामान ,
मन में...
कुदरत से मोहब्बत निभा कर के देखो।
तेरा भोगवाद किया है कितना नुक़सान,
दो जने के खातिर लम्बे चौड़े ऊंचे मक़ान।
जंगल साफ़ हो गए बने तेरा साज सामान ,
मन में...