तुम जानें देना ...
ज़ाहिर है
सफ़र हैं
एक बंजारे से
एक नई मुलाकात होगी
तुम कुछ पल वहां ठहरना
वो हवा जैसे औछल हो जाए
तुम सवाल मत करना
तुम जानें देना
ज़ाहिर है
सवाल खूब होंगे
हर सवाल का जवाब मिल जाएं
ये मुमकिन तो नहीं
इसलिए कुछ अनकही अमानत
उनके दर पे रख देना
तुम जानें देना
ज़ाहिर है
काफी देर होगी
पर तुम हिम्मत रखना
अक्सर अपनों की जंग में
इंसान हार जाता है
तुम मत हारना
तुम...