परवाना हैं
चेहरे पे मुस्कान नई पर दिल पे ज़ख्म पुराना है,
याद करें जिसको दिन रात वो गुज़रा हुआ ज़माना हैं,
जीवन की सच्चाई हैं हर अपना भी यहां बेगाना हैं,
कौन संभाले रिश्तों को अब सबको...
याद करें जिसको दिन रात वो गुज़रा हुआ ज़माना हैं,
जीवन की सच्चाई हैं हर अपना भी यहां बेगाना हैं,
कौन संभाले रिश्तों को अब सबको...