पिता
ख़ुदा ने कुछ सोचकर ही इसको पिता का
नाम दिया होगा
मुहब्बत बरकरार रख सके इस दुनिया जहां में, सो इस शख़्स को अंजाम दिया होगा
ख़ुद ख़ुदा ख़ुद को शिरकत कर के भी शिरकत ना कर पाया इस जहां में शायद, तभी तो इसको बनाकर
मुहब्बत का पैग़ाम दिया होगा
हाँ सचमुच, ख़ुदा ने कुछ सोचकर ही इसको
पिता का नाम दिया होगा
© Kumar janmjai
नाम दिया होगा
मुहब्बत बरकरार रख सके इस दुनिया जहां में, सो इस शख़्स को अंजाम दिया होगा
ख़ुद ख़ुदा ख़ुद को शिरकत कर के भी शिरकत ना कर पाया इस जहां में शायद, तभी तो इसको बनाकर
मुहब्बत का पैग़ाम दिया होगा
हाँ सचमुच, ख़ुदा ने कुछ सोचकर ही इसको
पिता का नाम दिया होगा
© Kumar janmjai