ऐसी देशभक्ति हर किसी के बस की बात थोड़ी है
देश के लिए शहीद होना आम बात थोड़ी है
मौत को सामने देखकर उसे खुशी-खुशी गले लगाना
और फांसी के फंदे को चूमना
हर किसी के बस की बात थोड़ी है
धान और गेहूं की खेती करने वालों के बीच 12 साल के लड़के का बंदूक की खेती करना
ऐसी देशभक्ति हर किसी के बस की बात थोड़ी है
दोस्ती की मिसालें तो बहुत है
और हम भारतीयों के बीच दोस्ती का महत्व भी बहुत है
मगर धन्य होगी वह लायलपुर की माटी जहां भगत सिंह और सुखदेव दोस्त बने होंगे
उस दिन मांँ भारती भी खुश हुई होंगी जिस दिन यह तीनों क्रांतिकारी एक साथ आए होंगे क्रांति के लिए
भारत में आजादी...
मौत को सामने देखकर उसे खुशी-खुशी गले लगाना
और फांसी के फंदे को चूमना
हर किसी के बस की बात थोड़ी है
धान और गेहूं की खेती करने वालों के बीच 12 साल के लड़के का बंदूक की खेती करना
ऐसी देशभक्ति हर किसी के बस की बात थोड़ी है
दोस्ती की मिसालें तो बहुत है
और हम भारतीयों के बीच दोस्ती का महत्व भी बहुत है
मगर धन्य होगी वह लायलपुर की माटी जहां भगत सिंह और सुखदेव दोस्त बने होंगे
उस दिन मांँ भारती भी खुश हुई होंगी जिस दिन यह तीनों क्रांतिकारी एक साथ आए होंगे क्रांति के लिए
भारत में आजादी...