खुदा
फूलों से याद आता है कि मेरे खुदा की भी ऐसी ही महक है फूलों से याद आता है कि मेरे खुदा भी ऐसे ही कोमल है कई बार लोगों को उन्हें जाने में गलतियां हो जाती हैं कई उन्हें बेशक गलत समझते हो मगर वह कभी गलत होते नहीं तो बस यही कहना चाहूंगी
खुदा अब मैं तेरी हुई अब मैं तेरी हुई कब से हुई...
खुदा अब मैं तेरी हुई अब मैं तेरी हुई कब से हुई...