व्याह कर लेना🙂🙂
प्रस्तुत कविता में एक प्रेमी अपनी प्रेमिका से रिश्ते के अंतिम समय में मिलने आया है और कहता है,,,🙂
तेरे दिल के उस दरवाजे पर मेरा नाम लिखा जो साफ कर देना,
तुझे छोड़ के अकेला जा रहा हूं हो सके तो मुझे माफ कर देना,
तेरे घर के माने या माने छोड़ क्या फर्क है इस बात से,
चल दोनो दूर हो...
तेरे दिल के उस दरवाजे पर मेरा नाम लिखा जो साफ कर देना,
तुझे छोड़ के अकेला जा रहा हूं हो सके तो मुझे माफ कर देना,
तेरे घर के माने या माने छोड़ क्या फर्क है इस बात से,
चल दोनो दूर हो...