हवा में पत्ती
#हवामेंपत्ती
मैं घूम रहा वन_उपवन
अपने ही डाल से टूटा
ममतामई पेड़ की छाया
आंचल से मैं जब छूटा
कहीं सर_ सर सरिता बहती
तेज हवाओं के संग
कहीं पर्वत ऊंची देखी
छूने चला गगन
कहीं चिड़िया चहक रही हैं
कुछ बगिया महक रही है
सजी_ धजी वसुंधरा
मानो जैसे कोई अप्सरा
झर_ झर बहती झरना
मधुर संगीत सी लागे
देख ये दृश्य...
मैं घूम रहा वन_उपवन
अपने ही डाल से टूटा
ममतामई पेड़ की छाया
आंचल से मैं जब छूटा
कहीं सर_ सर सरिता बहती
तेज हवाओं के संग
कहीं पर्वत ऊंची देखी
छूने चला गगन
कहीं चिड़िया चहक रही हैं
कुछ बगिया महक रही है
सजी_ धजी वसुंधरा
मानो जैसे कोई अप्सरा
झर_ झर बहती झरना
मधुर संगीत सी लागे
देख ये दृश्य...