दुआ ...
दुआ कबूल नहीं होती
दुआ कबूल नहीं होती
कितनी दफा ये तुम बोलें हो
नहीं सुन रहा है वो
नहीं समझ रहा है वो
कितनी दफा कोसें हो
किसको कोस रहे हो?
खुद को या खुदा को
किसको सुना रहा हो
खुद को या खुदा को
किसको बता रहे हो
खुद को या खुदा को
किससे शिकवा कर रहे हो
खुद से या खुदा से
किसको पत्थर बोल रहे हो
खुद को या खुदा को
उसका भी दर वहीं हैं
तुम्हारा भी दर वहीं हैं
सह वो भी रहा है
सह तुम भी रहें हों
आंसू उसके भी है
आंसू तुम्हारे भी है
किससे पता पूछ रहे हो
खुद से या खुदा से
बंजारा वो भी है
बंजारा...
दुआ कबूल नहीं होती
कितनी दफा ये तुम बोलें हो
नहीं सुन रहा है वो
नहीं समझ रहा है वो
कितनी दफा कोसें हो
किसको कोस रहे हो?
खुद को या खुदा को
किसको सुना रहा हो
खुद को या खुदा को
किसको बता रहे हो
खुद को या खुदा को
किससे शिकवा कर रहे हो
खुद से या खुदा से
किसको पत्थर बोल रहे हो
खुद को या खुदा को
उसका भी दर वहीं हैं
तुम्हारा भी दर वहीं हैं
सह वो भी रहा है
सह तुम भी रहें हों
आंसू उसके भी है
आंसू तुम्हारे भी है
किससे पता पूछ रहे हो
खुद से या खुदा से
बंजारा वो भी है
बंजारा...