ब्राह्मण कुल का छोरा....
ब्राह्मण कुल में जन्म हुआ है इसके संस्कार नहीं भूल सकता!!
अपनी औकात , आधिपत्य अपना अधिकार नहीं भूल सकता!!
हूँ मैं इक किसान का बेटा , जीवन में थोड़े बहुत उजाले है ,,
अमावस की वो काली रातें दिन का वो अंधकार नहीं भूल सकता!!
खुद ही हल करना पड़ता है ,जीवन की इस उलझन को ,,
वक़्त की वो लाचारी , पापी पेट का अंगार नहीं भूल सकता!!
सिर्फ महबूबा ही...
अपनी औकात , आधिपत्य अपना अधिकार नहीं भूल सकता!!
हूँ मैं इक किसान का बेटा , जीवन में थोड़े बहुत उजाले है ,,
अमावस की वो काली रातें दिन का वो अंधकार नहीं भूल सकता!!
खुद ही हल करना पड़ता है ,जीवन की इस उलझन को ,,
वक़्त की वो लाचारी , पापी पेट का अंगार नहीं भूल सकता!!
सिर्फ महबूबा ही...