यादों के तीर और मेरी तस्वीर
महफ़िल सजी
जमा लोग हुए
फिर एक दौर चला
कहानी ओ क़िस्से भी हुए
अब जो बारी उनकी आई
साथ अपने वो उनके वफाओं की सुनानी लाई
फिर अजब एक तमाशा सा हुआ
शोर अबतक जो वफाओं की...
जमा लोग हुए
फिर एक दौर चला
कहानी ओ क़िस्से भी हुए
अब जो बारी उनकी आई
साथ अपने वो उनके वफाओं की सुनानी लाई
फिर अजब एक तमाशा सा हुआ
शोर अबतक जो वफाओं की...